बिहार NDA संकल्प पत्र 2025: 1 करोड़ नौकरियां, 1 करोड़ 'लखपति दीदियां', महिलाओं को 2-2 लाख की मदद; 'विजन नीतीश' से चमकेगा बिहार
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संवाददाता,ललित भगत
Updated: Fri, 31 Oct 2025 01:41 PM (IST)
पटना। बिहार की सियासत में दिवाली का त्योहार खत्म होते ही चुनावी रौनक शुरू हो गई। शुक्रवार को गांधी मैदान के होटल मौरीया में NDA ने अपना संकल्प पत्र जारी किया, जो सीएम नीतीश कुमार के 'विजन' से रंगा हुआ है। BJP अध्यक्ष JP नड्डा, डिप्टी CM सम्राट चौधरी, नीतीश कुमार, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा जैसे दिग्गजों की मौजूदगी में लॉन्च हुआ ये 69 पेज का दस्तावेज। वादे हैं बड़े-बड़े: 1 करोड़ नौकरियां, 1 करोड़ महिलाओं को 'लखपति दीदी' बनाने का सपना, बाढ़ मुक्त बिहार, 7 नए एक्सप्रेसवे और 50 लाख करोड़ का निवेश। लेकिन विपक्ष कह रहा है – ये तो पुरानी 'फर्जी गारंटी' हैं। क्या बिहारवासी इन पर भरोसा करेंगे? आइए, एक नजर डालें मुख्य वादों पर।
'विजन नीतीश' का आईना: संकल्प पत्र की झलक
नीतीश कुमार के सात निश्चयों को आगे बढ़ाते हुए NDA ने रोजगार, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल और उद्योग पर फोकस किया है। CM ने कहा, "ये जनता की आकांक्षाओं का दर्पण है।" BJP ने इसे 'पांडवों की गारंटी' बताया – मोदी की गारंटी, नीतीश का भरोसा। लेकिन कांग्रेस ने तंज कसा, "26 सेकंड में लॉन्च, 20 साल की लूट का हिसाब क्यों नहीं?"
- रोजगार और स्किल डेवलपमेंट: 1 करोड़ सरकारी नौकरियों का लक्ष्य, हर जिले में मेगा स्किल सेंटर, युवाओं को ग्लोबल जॉब्स के लिए ट्रेनिंग, और बिहार को 'ग्लोबल स्किल हब' बनाना।
- महिला सशक्तिकरण: 1 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य, वित्तीय सहायता, महिला उद्यमियों को समर्थन, महिला हेल्प डेस्क व SHG सशक्तिकरण।
- उद्योग एवं इनफ्रास्ट्रक्चर: हर जिले में इंडस्ट्रियल पार्क, मेगा इन्वेस्टमेंट, नई नीति व एक्सप्रेसवे, मेट्रो और इंटरनेशनल एयरपोर्ट का योजना।
- शिक्षा और स्वास्थ्य: हर जिले में मेडिकल कॉलेज, रेसिडेंशियल स्कूल, बेहतर हेल्थ सर्विस, और खेल सुविधाओं का विस्तार।
- कृषि एवं बाढ़ प्रबंधन: MSP और किसान सम्मान निधि, बाढ़ नियंत्रण, नदी जोड़ना प्रोजेक्ट व फ्लड फॉरट्यून मॉडल।
- पिछड़ा वर्ग/ईबीसी कल्याण: 10 लाख रुपये की मदद व समर्थता।
विपक्ष का तीर: 'फर्जी वादे, पुरानी कहानी'
महागठबंधन के तेजस्वी यादव ने कहा, "1 करोड़ नौकरी? नीतीश के 20 सालों में बिहार के युवा पलायन कर रहे हैं।" प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, "हर चुनाव एक ही राग – संकल्प, लेकिन पूरा कौन करता है?" कांग्रेस के अशोक गहलोत ने लॉन्च को 'अपमान' बताया, "नीतीश को बोलने न दिया, मीडिया से भागे।" NDA का जवाब: "ये विकास का रोडमैप है, विपक्ष की नकारात्मकता से डरेंगे नहीं।"
"बिहार बदल रहा है – नौजवानों के सपनों को पंख लगेंगे, महिलाओं को ताकत मिलेगी। ये संकल्प पत्र नहीं, बिहार का भविष्य है।" – JP नड्डा
चुनावी जंग तेज है, पहला फेज 6 नवंबर को। क्या ये वादे वोटरों के दिल जीत लेंगे? बिहार की जनता फैसला करेगी – विकास चुनें या संदेह। आपकी राय क्या कहती है?
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